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। कांवड़ यात्रा में बाहरी राज्यों से आने वाले हर यात्री को अपने साथ पहचान पत्र रखना अनिवार्य होगा। शुक्रवार को उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार ने यह निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा में डीजे पर प्रतिबंध नहीं रहेगा, लेकिन नियंत्रण रहेगा। वहीं कांवड़ की ऊंचाई 12 फीट से से अधिक नहीं रहेगी। हर कांवड़िए को अपने साथ पहचान पत्र रखना होगा। कांवड़ यात्रा के दौरान चारधाम वाले वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा। हरिद्वार क्षेत्र में करीब 5000 पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स तैनात रहेगी।
बैठक में आगामी कांवड़ यात्रा 2023 को लेकर काफी महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं, बैठक में आईबी के अधिकारी भी मौजूद थे। बैठक में फैसला लिया गया उत्तराखंड में आने वाले कांवड़ यात्रियों के कावड़ की ऊंचाई 12 फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए। वहीं बताया गया है कि इस बैठक में फैसला लिया गया कि कांवड़ यात्रियों द्वारा डीजे के उपयोग को लेकर कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा, हालांकि डीजे के समय को लेकर और स्थान को लेकर कुछ प्रतिबंध लागू किए जाएंगे।
बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि गंगाजल लेने के लिए उत्तराखंड आने वाले बाहरी राज्यों के कांवड़ यात्रियों को अपने साथ अपना पहचान पत्र रखना होगा। वहीं इस दौरान चार धाम जाने वाले यात्रियों के मार्ग को डायवर्ट किया जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि इस बार कांवड़ यात्रा सावन महीने की शुरुआत यानी कि 4 जुलाई 2023 से शुरू हो रही है। इस बार कांवड़ यात्रा 31 अगस्त तक चलेगी, पिछले बार की अपेक्षा इस बार शिव भक्तों को कांवड़ यात्रा के लिए ज्यादा समय मिलेगा। दरअसल सावन महीने के दौरान शिवभक्त अपने नजदीकी पवित्र नदियों से जल लाकर शिव मंदिरों में चढ़ाते हैं। हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में हरिद्वार में गंगा नदी से जल लाकर अपने नजदीकी शिव मंदिरों में चढ़ाने की परंपरा है, और यह परंपरा यहां लाखों की संख्या में शिवभक्त निभाते है।