समाजसेवी चंदन बिलवाल ने शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किये , कहा बच्चों के साथ हो रहा है घोर अन्याय !
हमेशा सामाजिक मुद्दे उठाने वाले हमेशा जनहित की बात करने वाले चंदन सिंह बिलवाल ने उत्तराखंड सरकार और शिक्षा विभाग पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए कहा कि पिछले लंबे समय से पहाड़ों के बच्चों के साथ घोर अन्याय किया जा रहा है ! उन्होंने कहा कि पिछले सात आठ साल से बालिका इंटर कॉलेज दन्या में पिछले 7-8 साल से प्रधानाध्यापक नही हैं . व राजकीय इंटर कॉलेज दन्या में भी शिक्षकों के अभाव है . उन्होंने बिना नाम बताए एक बालिका ने उन्हें फोन किया था बोली कि कल हमारे अंगेजी की परीक्षा है कभी किताब खोल नही देखा परीक्षा में क्या लिखेंगे कुछ समझ में नही आ रहा है उन्होंने कहा कि बड़ी शर्म की बात है . परीक्षा के समय बधाई तो दे रहे हैं लेकिन इस बात पर कभी चिंतन नही किया कि स्कूलों में अध्यापक प्रधानाचार्य ना होने की वजह क्या है ? . इतने दूर दूर के क्षेत्रों से लोग स्कूल में अध्ययन के लिये जाते हैं लेकिन सरकार व प्रसासन का इससे लेना देना नही है . इसी लाचार व्यवस्था से आज कई बच्चों का भविष्य अंधकार में है . उन्होंने कहा कि पहाड़ो में शिक्षा व्यवस्था की दयनीय स्थिति का जिम्मेदार स्थानीय नेता व पूर्व से लेकर आज तक सरकारें भी हैं .
अध्यापक भास्कर जोशी की सराहना की
उन्होंने का कि जागेश्वर क्षेत्र के बजेला गांव के अंतर्गत सिर्फ एकमात्र स्कूल है जहां एक शिक्षक बच्चों के भविष्य उज्ज्वल बनाने के लिये भरसक प्रयास कर रहे हैं . उन्होंने कहा कि खुद के संसाधनों ने भास्कर जोशी स्कूल के बच्चों का स्तर सुधारने की कोशिश कर रहे हैं बहुत सहरानीय हैं उन्होंने कहा कि पहाड़ों में ऐसे ही अध्यापकों की जरूरत है