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(अल्मोड़ा)यहाँ फूड प्वाइजनिंग से बेटी की मौत, मां और दो भाई अस्पताल में भर्ती

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अल्मोड़ा(लमगड़ा)

भुवन चन्द्रजोशी (जैंती)


फूड प्वाइजनिंग से लमगड़ा ब्लॉक में एक ही परिवार के चार लोगों की तबियत बिगड़ने की खबर सामने आ रही है । बताया जा रहा है कि सभी को बेस अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन चिकित्सकों ने एक किशोरी को मृत घोषित कर दिया जबकि तीनों को आईसीयू में भर्ती कर उनका उपचार किया जा रहा है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक लमगड़ा के उड्यूड़ा निवासी गुली देवी (36) पत्नी हरीश राम ने अपनी बेटी पायल आर्या (15), बेटे गोकुल कुमार (13) और मयंक (11) के साथ खाना खाया और सो गए। मंगलवार सुबह देर तक घर का दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोसियों की चिंता बढ़ गई और उन्होंने दरवाजा खटखटाया दरवाजा नहीं खुला तो उन्होंने उसे तोड़कर भीतर प्रवेश किया। चारों बेहोस अवस्था में पड़े थे। ग्रामीणों ने चारों को बेस अस्पताल पहुंचाया लेकिन चिकित्सकों ने पायल को मृत घोषित कर दिया, जबकि मां और दोनों बेटों को आईसीयू में भर्ती कर उनका उपचार शुरू कर दिया। बेस अस्पताल के डॉ. अनिल पांडे ने बताया की उपचार किया जा रहा है। उनकी हालत फिलहाल स्थिर है। पायल के शव का पोस्टमार्टम किया गया।
अल्मोड़ा। फूड प्वाइजनिंग का कारण क्या रहा, यह अपने आप में रहस्य बना हुआ है। इस घटना में बेटी की मौत हो गई। मां और बेटे आईसीसीयू में जीवन और मौत से संघर्ष कर रहे हैं। मौके से कुछ ऐसी खाद्य सामग्री भी नहीं मिली, जिससे इस रहस्य से पर्दा उठ सके। लेकिन चारों के अंडा खाने और दूध पीने की बात सामने आ रही है। लेकिन चिकित्सकों ने इनके उपयोग से बालिका की मौत और अन्य तीनों के गंभीर होने की बात को सिरे से खारिज किया है। इस रहस्य से पर्दा उठाने के लिए चिकित्सक मृतका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट और भर्ती लोगों की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।
चारों को अस्पताल लेकर पहुंचे ग्रामीणों के मुताबिक उन्होंने अंडा खाया और दूध पीकर सो गए। दूसरे दिन चारों अचेतावस्था में मिले। यही जानकारी उन्होंने चिकित्सकों को दी। चिकित्सक ने भी माना है कि यह फूड प्वाइजनिंग का मामला है। लेकिन फूड प्वाइजनिंग किससे हुई इसकी स्पष्ट जानकारी भी किसी के पास नहीं है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि अंडा और दूध के प्रयोग से इतनी गंभीर हालत नहीं हो सकती। इसके पीछे असल कारण क्या हैं, मृतका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मरीजों की जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा, जिसके प्रयास किए जा रहे हैं। यह स्पष्ट है कि फूड प्वाइजनिंग ही घटना का कारण है। वहीं सभी

को इस रहस्य से जल्द पर्दा उठने का इंतजार है।

अस्पताल में भर्ती जगुली देवी के पति हरीराम दन्या में मजदूरी करते हैं और वे वहीं थे। मां, बेटी और बेटे चारों घर रहकर एक-दूसरे का दुख-दर्द बांटते हुए जीवन जी रहे थे। इसी बीच एक घटना ने हंसते खेलते परिवार की खुशियां मातम में बदल गईं। मां, बेटे और बेटी ने एक साथ खाना खाया और सो गए। लेकिन उन्हें मालूम नहीं था कि अगली सुबह उनके लिए दुखदायी होने वाली है। बेटी हमेशा के लिए सभी को छोड़कर चली गई और तीनों मां-बेटे जीवन और मौत से संघर्ष कर रहे हैं। घटना की सूचना पाकर पिता हरीराम भी बेस अस्पताल पहुंचे। बेटी की मौत से वह सदमें में हैं और पत्नी और दोनों बेटों के जल्द स्वस्थ होने की उम्मीद लगाए हैं।

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