उत्तर प्रदेश
बेशक विरोधी कुछ भी कहे उनके समर्थक एक ही बात बोलते हैं योगी जैसा बनना बहुत कठिन है बड़े बड़े फैसलों के लिये जाने वाले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब से यूपी की सत्ता संभाली तब अपराधियों , माफियाओं व भ्रष्टाचारियों के पसीना छुड़ा दिया हैं ! जीरो टेरोरेन्स की नीति को अपनाते हुवे उनके कई ऐसे फैसले हैं जो नजीर बन गये हैं ! मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अभी ताजा मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार में लिप्त एक सर्किल अफसर (CO) का डिमोशन कर उसे सिपाही (Constable) बनाने का निर्देश जारी कर दिया है. सीएम योगी ने रिश्वत लेने के मामले में क्षेत्राधिकारी के खिलाफ ये सख्त कदम उठाया है. दरअसल, ये मामला साल 2021 का बताया जा रहा है जब रामपुर में तैनात तत्कालीन डिप्टी एसपी विद्या किशोर शर्मा के खिलाफ रिश्वत लेने का मामला सामने आया था. जिसके बाद इस मामले की जांच के आदेश दिए गए थे. विद्या किशोर शर्मा पर अनुशासनहीनता समेत तमाम आरोपों को लेकर जांच चल रही थी. इस जांच में दोषी पाए जाने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने ये बड़ा फैसला लिया है. सीएम योगी ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए डिप्टी एसपी विद्या किशोर शर्मा को सिपाही बना दिया है ! भ्रष्टाचार के खिलाफ सीएम की इस कार्रवाई को एक मिसाल के तौर पर देखा जा रहा है ताकि ऐसे अधिकारी सचेत हो जाएं कि किसी भी कीमत पर प्रदेश में भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा !