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उत्तरप्रदेश
यह दिलचस्प मामला नरैनी तहसील के रिसौरा गांव का है. यहां के रहने वाले 75 वर्षीय बुजुर्ग की रविवार 22 अक्टूबर को शाम गाजे बाजे के साथ बारात ले जाने की तैयारी हुई. बाकायदा पूरे रीति रिवाजों से महिलाओं द्वारा मंगलगीत, नेग संपन्न हुए. दूल्हे ने पगड़ी पहनकर बारात ले जाने से पहले मंदिर में भगवान की पूजा अर्चना भी की. गांव के सैकड़ों लोगों के साथ बारात जा रही थी. घर और पड़ोस के युवकों ने ढोल नगाड़ों में जमकर डांस किया. एक दम खुशियों का माहौल था. बारात जाने से पहले दूल्हे का देवी पुजन व कार्यक्रम भी हो गया था. अचानक दूल्हे ने सभी को चौंका दिया. उसने कह दिया कि आज बारात नहीं जाएगी. उसकी दुल्हन ने मना किया है. यह सुनकर लोग परेशान हुए और अपने अपने घर लौट गए. यह घटना आसपास के इलाके में चर्चा की विषय बनी हुई है. दरअसल, दुल्हन ने इसलिए बारात लाने से मना कर दिया था कि बारात में बारातियों की संख्या 400 से लगाकर 500 थी, जिस कारण दुल्हन ने मना कर दिया था. दुल्हन ने दूल्हे से यह भी कहा था कि 100 बारातियों का स्वागत मैं कर सकती थी, इतनी बारात का स्वागत और अन्य मैं करने में सक्षम नही हूँ. दूल्हे रामसजीवन ने बताया कि बाराती 400 से 500 हो जाने कारण बारात लाने से मना किया था, क्योंकि वह इतने लोगो का स्वागत नही कर सकती थी. अब उसने प्लान किया कि अब वह चुपचाप बारात ले जाएगा, उसका कहना था आदमी मानता नही है, अब वह किसी को बताकर नही जाएगा. बारात न जाने के कारण वह दुःखी हो गया था. उसने यह भी बताया कि दुल्हन अभी भी उससे रात रात भर बात करती है, दूल्हा खुद नींद का बहाना करके सो जाता है. वह खुद कहती है शादी होकर रहेगी. वह बारात में संख्या ज्यादा हो जाने के कारण बारात कैंसिल होने से नाराज है.