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उत्तर प्रदेश,आगरा। आठ साल के एक बच्चे का अपहरण कर उसकी हत्या करने के आरोप में 40 साल बाद एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। 61 वर्षीय अंतराम ने 1982 में अपने दोस्त की मदद से वकील राघवेंद्र सिंह के छोटे भाई हरेंद्र सिंह का अपहरण कर लिया और उसकी हत्या कर दी। परिवार द्वारा 5 लाख रुपये की फिरौती न देने पर लड़के की हत्या कर दी गयी, सात दिन बाद शव मिला।
अंतराम और उसके साथी चंद्रभान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। चंद्रभान को गिरफ्तार कर लिया गया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई, तब अंतराम फरार हो गया था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, अपराध के बाद, अंतराम राम निवास नाम से दिल्ली में रहने लगा। उसने राष्ट्रीय राजधानी में पत्नी व तीन बच्चों का परिवार बनाया।
स्थानीय निवासियों के अनुसार पैतृक संपत्ति के विवाद में उसके तीन भाइयों में से एक ने पुलिस को सूचना दी। इस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी सोनम कुमार ने कहा, एक गुप्त सूचना के आधार पर, अंतराम को गिरफ्तार किया गया और अदालत के आदेश के बाद जेल भेज दिया गया।
एसएचओ (खेरागढ़) राजीव कुमार ने कहा, ‘अपराध के बाद अंतराम ने कई ठिकाने बदल लिए थे। बाद में उसने अपना नाम बदल लिया और फर्जी आधार कार्ड बनवा लिया। उसने दिल्ली के हौज खास पुलिस स्टेशन के तहत एक इलाके में एक घर भी नाया।’