नया गांव पंजाब मोहाली के निवासी चंदन सिंह बिलवाल के द्वारा भेजी गई सत्य कहानी आपके सामने रख थे हैं !
यह कहानी पानी की समस्या से जूझ रहे नए गांव की कहानी है कहा जाता है . जिस जगह पर समस्या होती है वहीं पर समाधान भी होता है। लेकिन इसके लिए प्रयास करने की जरूरत होती है। नगर हो या गांव पानी की कमी कोई नई समस्या नहीं है। पर कोशिश महत्त्वपूर्ण होती है
लेकिन कोशिश करेगा कौन क्योंकि जब एक व्यक्ति पहले उस नौकरी को पाने के लिए दिन रात मेहनत करता है नौकरी ना मिलने पर कोशिश करता है पैसे देता है या कहीं ना कहीं कुछ न कुछ लिंक को ढूंढता है नौकरी लगने के बाद क्या उसे यह समझ में नहीं आता कि एक संघर्ष जो उसने अपने जीवन में किया है. चाहे वह किसी भी तरह किया होगा ऐसे ही अन्य लोग भी होंगे जो आशा लेकर बैठे होते हैं कि एक नया ऑफिसर आया है या नया जिम्मेदारी उठाने वाला व्यक्ति हमारे क्षेत्र में या इस गांव में या शहर में आया है शायद यह समस्याओं का समाधान करेगा वह समस्याओं का समाधान कैसे करेगा क्योंकि वह तो खुद समस्या है इसीलिए वह समस्या का समाधान नहीं कर सकता समस्या का समाधान वही व्यक्ति कर सकता है जो संघर्ष करके जो ईमानदारी से और जो एक व्यक्ति जो मेहनत करने के बाद उस पद पर बैठता है और उसे जमीनी स्तर पर जमीनी हकीकत पता हो यही तो प्रॉब्लम है जो शिवाजी से घूस देकर पैसे खिलाकर किसी जिम्मेदारी के पद पर बैठता है और वह जिम्मेदारी जहां जिस जगह की लेता है वहां के लोग तरस रहे हैं अगर परेशान हो रहे हैं तो उससे जाहिर सी बात होती है कहीं ना कहीं इन्हीं लोगों में गड़बड़ है कोशिश करने से क्या नहीं होता अगर इन्हें समझ में नहीं आती यह हमारे पास आए हम इन्हें बताते हैं कि कैसे समस्या का हल हो सकता है जहां समस्या होती है वही समाधान भी निकल जाता है लेकिन करने वाला कोई नहीं है नीचे से लेकर ऊपर तक कोई सरकार से परेशान हैं तो कोई अपने घर से कोई अपने लोगों से परेशान हैं वह अपने लोगों में बिजी हैं आपस में व्हाट्सएप चलती है ऑफिस में गप्पे मारते हैं चाय आती है नींबू पानी आएगा आएगा खाएंगे पिएंगे समूहों के साथ दिनचर्या उनका निकल जाता है और शाम को 5:00 बजने से पहले ही अपने घर पहुंच जाते हैं सुबह कब ड्यूटी आते हैं और चले जाते हैं आपको पता भी नहीं लगेगा यही कारण है जिसकी वजह से आज हम लोग हमने गांव वासी और अन्य ऐसी जगह हैं जहां पर बैठा हुआ व्यक्ति से दूर भाग रहा है तभी वहां की जनता परेशान होती है सरकार में बैठा हुआ व्यक्ति अपने लोगों की सुरक्षा अपने लोगों को उनकी जो दिक्कत है उनका समाधान नहीं कर सकता तो उसे पद का त्याग कर देना चाहिए पंच होते हैं सरपंच होते हैं प्रधान होते हैं कौन बनाता है इनको कहां रहते हैं यह किसी को नहीं पता लगता है खुद ही आपस में 10 लोग मिलकर यह लोग एक व्यक्ति को चुनते हैं और जनता को पता ही नहीं होता कौन है यहां #पार्षद कौन है यहां का #मुखिया कौन है #विधायक कौन है #मुख्यमंत्री किसी को कोई लेना देना नहीं ज्यादा ना लिखते हुए क्योंकि लोगों का कहना है आप बहुत ज्यादा लिखते हो तो आज थोड़ा सा लिखा है क्योंकि मैं ज्यादा इसलिए लिखता हूं इनका पूरा चिट्ठा लिख देता हूं कृपया करके ध्यान से पढ़ें और जागरूकता जरूर फैलाएं ताकि जिम्मेदारी पद पर बैठा हुआ सेक्सी अपनी जिम्मेदारियां निभा सके अगर नहीं है इस काबिल तो कृपया जनता को परेशान ना करें बहुत-बहुत धन्यवाद