प्राचीन शिव मंदिर में वरिष्ठ समाजसेविका डॉ.रेनू शरण ने महाशिवरात्रि पर किया जलाभिषेक।
गौरव जोशी
हल्द्वानी
महारानी लक्ष्मीबाई स्वरूपा कुमाऊं की रानी जीयारानी के नाम से स्थापित 150सौ वर्ष प्राचीन शिव मंदिर हमें जीयारानी के शौर्य और वीरता का परिचय कराने का महत्वपूर्ण स्थान है जो कि ग्यारहवीं शताब्दी में तुर्कोंऔर मुगलों द्वारा उत्तराखंड की जीयारानी के सौन्दर्य और वीरता से परिपूर्ण थी का परिचय कराता है। ।रानीबाग चित्रशिला, हल्द्वानी में स्थित चित्रशिला रूपी मंदिर स्थापित है।ऐसी विरांगना जीयारानी ने आपने उत्तराखंड की रक्षा और अपने शतित्व की रक्षा के लिए रानीबाग से फतेहपुर, चौसला तक सुरंग द्वारा पहुंची और शिवलिंग स्थापित कर पुजा अर्चना प्रारंभ हुई।इस ऐतिहासिक मंदिर का जिर्णोत्थान कराने के लिए चौसला गांव के स्थानीय लोगों से बैठक कर विरांगना महारानी लक्ष्मीबाई स्वरूपा के नाम पर मंदिर का जिर्णोत्थान जीयारानी के नाम पर कराया जाना सुनिश्चित किया गया।डॉ रेनू शरण ने सभी ग्राम वाशिंयों को महाशिवरात्रि पर्व पर बधाइयां और शुभकामनाएं दीं।
हर हर महादेव।