पहाड़ का भुला हिमांशु नही पहुँचा घर,क्षेत्र निवासी चंदन बिलवाल ने यूपी व उत्तराखंड पुलिस की भूमिका पर खड़े किये सवाल !

अल्मोड़ा

अल्मोड़ा के राजकीय इंटर कालेज में पढ़ने वाला 11वीं का छात्र हिमांशु गोस्वामी संदिग्ध हालात में लापता हो गया था
क्षेत्र के समाजसेवी चंदन बिलवाल के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार वह सहारनपुर से अल्मोड़ा लौट रहा था जिसके बाद वह हिमांशु अल्मोड़ा नहीं पहुंच पाया। संदिग्ध परिस्थिति मेें गायब हिमांशु के परिजनों ने मामले की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज की है चंदन बिलवाल उत्तराखंड व यूपी पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े किये व अत्यंत गंभीर आरोप लगाये ! उन्होंने कहा कि बड़े ही शर्म की बात है की प्रशासन की लापरवाही की वजह से 27 तारीख से आज फरवरी माह के 2 तारीख 7 हो गए हैं एक बच्चा अब तक नहीं मिल पाया है चंदन ने बताया कि परिजनों का आरोप है उन्होंने थाने से इंक्वायरी की बच्चे के बारे में पूछा कि कुछ पता लगा तो पुलिस वालों की तरफ से जवाब आया कि हमारे और भी बहुत काम है एक आप ही का बच्चा नहीं है जिसके पीछे हम लगे रहेंगे पूरे देश में इतने कैमरे होने के बावजूद भी पूरे 7 दिन हो गए हैं चंदन बिलवाल ने कहव एक बच्चा 11 में पढ़ने वाला 7 दिन में पुलिस नहीं ढूंढ पाई ना उत्तराखंड पुलिस और ना यूपी पुलिस इतनी बड़ी लापरवाही एक बच्चे को ढूंढने में लगा रही है ! पुलिस और ऊपर से पुलिस का बयान ऐसा था कि जब परिजनों ने पूछा कि बच्चा मिलाया कुछ उसका कहीं से कोई पता लगा या कुछ इंफॉर्मेशन हो या कुछ किया तो पुलिस वाले कहते हैं कि क्या एक आप ही का बच्चा है जिसके पीछे हम लगे रहेंगे पुलिस की तरफ से यह बयान आज शर्मसार करता है एक उस परिवार के लिए भी जिनका एक बच्चा इतने दिनों से गायब है और एक मां और परिवार के साथ क्या बीत रही होगी और ऊपर से पुलिस वालों का यह बयान आना कि एक आप ही का बच्चा नहीं है इतनी बड़ी लापरवाही प्रशासन की जो सामने आई है जिसे लोग सुनकर चौक जाएंगे आज ऐसा लगा कि हम असुरक्षित है हम जब रक्षक ही यह कह दे एक आप अकेले नहीं हो हमारे और भी बहुत काम है तो क्या इन लोगों को डिपार्टमेंट में बैठने का हक है क्यों ऐसे लोगों को नौकरी दी है जो इस तरह के बात करते हैं कि हमारे और भी बहुत काम है एक आप ही का बच्चा नहीं है यह कौन सा तरीका है बोलने का शर्म आनी चाहिए लोगों को एक माने आज 7 दिन से खाना नहीं खाया हुआ है और एक प्रशासन की तरफ से जवाब आता है कि हम और भी काम बहुत है हमारे पास हम अपना काम छोड़कर क्या आपके बच्चे के पीछे लग जाए तोड़ दो इन कमरों को छोड़ दो यह ड्यूटी अगर एक बच्चा नहीं ढूंढ सकते तो क्या यही सिक्योरिटी है क्या यही सुरक्षा है यूपी पुलिस का शर्मनाक बयान !





