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मुर्शिदाबाद हिंसा में 3 लोगों की मौत,138 गिरफ्तार ,अब  कोर्ट ने दिया ये आदेश

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मुर्शिदाबाद,पश्चिम बंगाल!!

मुर्शिदाबाद: पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद के कई इलाकों में शुक्रवार को वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ. हिंसक प्रदर्शन के दौरान यहां तीन लोगों की मौत हो गई. वहीं मामला गंभीर होता देख कलकत्ता हाई कोर्ट ने मुर्शिदाबाद में केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया है. इस हिंसा के दौरान अब तक 138 से ज्यादा उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है.

मुर्शिदाबाद हिंसा पर कोलकाता हाई कोर्ट का बड़ा आदेश

मुर्शिदाबाद हिंसा में दो और लोगों को गोली लगने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है. स्थिति अभी भी काफी तनावपूर्ण है. कलकत्ता हाई कोर्ट ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इस जिले के प्रभावित क्षेत्रों में केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया है.

शुभेंदु अधिकारी ने दायर की थी याचिका
बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने

मुर्शिदाबाद में केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग करते हुए हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी. जस्टिस सौमेन सेन और न्यायमूर्ति राजा बसु चौधरी की स्पेशल बेंच ने आदेश दिया कि केंद्रीय बल स्थानीय पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर कानून-व्यवस्था बनाए रखेंगे.

आज जब सुनवाई शुरू हुई तो कलकत्ता हाई कोर्ट ने मुर्शिदाबाद में केंद्रीय बलों की तैनाती पर अपनी राय स्पष्ट करने के लिए बंगाल सरकार को आधे घंटे का समय दिया. राज्य सरकार ने कहा कि केंद्रीय बलों की तैनाती की कोई जरूरत नहीं है. पश्चिम बंगला सरकार ने कहा कि राज्य के डीजी राजीव कुमार जल्द ही मुर्शिदाबाद का दौरा करेंगे. हालांकि, कोर्ट ने आखिरकार केंद्रीय बलों की तैनाती के पक्ष में फैसला सुनाया.

आरोप है कि, मुर्शिदाबाद में प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर बम फेंके गए और गोलीबारी हुई. वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि, हिंसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि, राज्य में वक्फ कानून लागू नहीं किया जाएगा. बता दें कि, शुक्रवार को सूती के सजुर चौराहे पर गोली लगने से घायल मोशर्रफ हुसैन (12) की शनिवार को मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मौत हो गई. सुती, समसेरगंज में एक सरकारी वाहन सहित कई अन्य गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया.

दूसरी ओर, शमशेरगंज प्रखंड के धुलियान नगरपालिका क्षेत्र के जाफराबाद में धारदार हथियार से पिता-पुत्र की हत्या कर दी गई. मृतकों के नाम गजल दास (45) और चंदन दास (20) है. शव काफी देर तक घर में पड़े रहे. बाद में पुलिस ने शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए जंगीपुर उपजिला अस्पताल भेज दिया.

दूसरी तरफ प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि, प्रदर्शन के दौरान तीन लोगों को गोली लग गई. घायलों को अस्पताल इलाज के लिए भेजा गया था. दूसरी तरफ शनिवार को जलंगी बीडीओ कार्यालय में बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ की गई. प्रदर्शनकारियों ने अजीमगंज रेलवे स्टेशन पर एक सिग्नल कंट्रोल रूम को भारी नुकसान पहुंचाया. कथित तौर पर कार्यालय के जनरेटर में आग लगा दी गई.


वक्फ कानून को लेकर मुर्शिदाबाद में हिंसा

पुलिस का दावा, मुर्शिदाबाद में स्थिति सामान्य

दूसरी तरफ पुलिस का दावा है कि मुर्शिदाबाद में अब स्थिति सामान्य है. हालांकि, पुलिस के इस दावे की सच्चाई पर आग से तबाह हुए शमशेरगंज ने सवाल खड़े कर दिए हैं. शनिवार सुबह से ही शमशेरगंज के अलग-अलग इलाकों से हिंसक घटनाओं की खबरें आ रही हैं. चांदपुर में प्रदर्शनकारियों ने कई घरों में तोड़फोड़ और लूटपाट की है. गोली लगने से मारे गए मोशर्रफ हुसैन के परिवार का दावा है कि शुक्रवार दोपहर को वह औरंगाबाद में अपनी मौसी के घर से घर लौट रहा था.

7वीं कक्षा के छात्र को गोली लगी, अस्पताल में मौत

परिवार का यह भी दावा है कि जब पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए फायरिंग की तो गोली मोशर्रफ के सीने में लगी थी. उसे इलाज के लिए कोलकाता रेफर किया गया था. डॉक्टरों ने बताया था कि सातवीं कक्षा के छात्र मोशर्रफ हुसैन की हालत गंभीर है. आज उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. वहीं, प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक मुर्शिदाबाद जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. हिंसाग्रस्त इलाकों में लोगों के एकत्र होने पर रोक लगाने के अलावा इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं.

वक्फ कानून को लेकर मुर्शिदाबाद में हिंसा

सुती और शमशेरगंज इलाकों में सुरक्षा बल गश्त पर

जिले के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा है कि, पुलिस कानून-व्यवस्था की स्थिति को बाधित करने के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि, लोगों को किसी भा तरह के अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए. वहीं, पूरी घटना को लेकर भाजपा ने ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोला है. उनका दावा है कि अगर सरकार स्थिति को संभालने में असमर्थ है, तो उन्हें केंद्र से मदद मांगनी चाहिए.

क्या बोले शुभेंदु अधिकारी
भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा, “यह कोई विरोध प्रदर्शन नहीं है. लोकतंत्र और शासन पर एक पूर्व नियोजित हिंसा और हमला है. उन्होंने कहा कि, जिहादी ताकतें अपने प्रभुत्व का विस्तार करने और हमारे समाज में अन्य समुदायों के बीच भय फैलाने के लिए अराजकता फैलाना चाहती हैं.

उन्होंने आगे लिखा कि, हिंसक प्रदर्शन के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट कर दिया गया है और सरकारी अधिकारियों को भी धमकाया गया है. राज्य के इलाकों में भय और धमकी का माहौल बनाया गया है. उन्होंने कहा कि, ममता बनर्जी की सरकार बहरी है.

ऐसा हुआ तो पुलिस सख्त से सख्त कार्रवाई करने को मजबूर होगी

मुर्शिदाबाद में हुए उपद्रव के बारे में बंगाल पुलिस के डीजी राजीव कुमार ने कहा कि, शुरुआत में पुलिस कम से कम बल प्रयोग करके स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है. अगर स्थिति नियंत्रण से बाहर हुई तो पुलिस सख्त से सख्त कार्रवाई करने को मजबूर होगी. उन्होंने कहा कि, आम लोगों से अनुरोध है कि पुलिस का सहयोग करें.

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर जावेद शमीम ने कहा, कि, पुलिस पर हमला किया गया है. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी चार राउंड फायरिंग की. उन्होंने कहा कि, धुलियान में स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है. इस उपद्रव में अब तक 15 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. खबर के मुताबिक, अब तक 138 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

समसेरगंज में धारा 163 लागू



वहीं, पुलिस दावा कर रही है कि सुती, समसेरगंज में स्थिति सामान्य है. हालांकि, शनिवार सुबह से ही समसेरगंज में तनाव का माहौल है. चांदपुर, डाक बंगला समेत कई इलाकों से हिंसक घटनाओं की खबरें आ रही हैं. खबरों की माने तो जालंगी बीडीओ कार्यालय में तोड़फोड़ की गई है. वहीं स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए बीएसएफ के जवान लगातार गश्त कर रहे हैं. स्थिति से निपटने के लिए समसेरगंज में धारा 163 लागू कर दी गई है. एक साथ कई लोगों के जमावड़े पर भी रोक लगा दी गई है.

खबर है कि बीएसएफ ने इलाके को अपने कब्जे में ले लिया है. जिला मजिस्ट्रेट राजर्षि मित्रा ने कहा कि,बीएसएफ को नहीं बुलाया गया यह भारत-बांग्लादेश सीमा पर एक क्षेत्र है, इसलिए बीएसएफ इस क्षेत्र में आई है. केंद्रीय बल भी कई इलाकों में रूट मार्च कर रही है. समसेरगंज में इस समय लगभग पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है. राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई जले हुए वाहन बिखरे पड़े नजर आ रहे हैं.

पुलिस ने कहा कि सुबह हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति तनावपूर्ण थी, हालांकि, किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है. पुलिस अधीक्षक आनंद रॉय ने कहा कि पुलिस ने कहीं भी कोई गोली नहीं चलाई.


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