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ठगी करने करने वाले शातिरों ने लोगों को ठगने के लिये अलग अलग तरीक़े अपनाए हैं जिसमें
सरकार की योजना के नाम से मिलती-जुलती साइट बना दी जा रही हैं और इन साइट के जरिए लोगों को सरकारी नौकरी देने का दावा किया जा रहा है। इन साइट को इस तरह से डिजाइन किया जा रहा है कि कोई भी धोखा खा जाएगा। सबसे बड़ी बात यह है कि ये वेबसाइट लोगों से नौकरी के आवेदन के नाम पर पैसे भी ले रही हैं।
मनरेगा की फर्जी वेबसाइट, दावा आधिकारिक साइट का
बता दें कि प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) की फैक्ट चेकिंग टीम ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए बताया है कि रोजगार सेवक नाम की एक साइट है जो कि फर्जी है। यह साइट खुद को मनरेगा की आधिकारिक साइट होने का दावा करती है, लेकिन यह फर्जी वेबसाइट है। इस साइट का यूआरएल www.rojgarsevak.org/ है।
सबसे खास बात यह है यह साइट यह भी दावा कर रही है कि इसे NIC ने डिजाइन और डेवलप किया है। बता दें कि सरकार की सभी साइट को NIC ही तैयार करती है। जिन साइट को NIC डिजाइन करती है, उस पर NIC का लोगो रहता है, जबकि रोजगार सेवक की साइट पर ऐसा कुछ भी नहीं है।
इस फर्जी साइट पर कई तरह की वैकेंसी को लेकर नोटिफिकेशन जारी की गई हैं जिसमें एक ग्राम रोजगार सेवक के लिए भी है। यह साइट ग्राम रोजगार सेवक के पद के लिए 37,500 रुपये मासिक सैलरी देने का दावा कर रही है। सच्चाई यह है कि इसका ग्रामीण विकास मंत्रालय से कोई संबंध नहीं है। मनरेगा की आधिकारिक वेबसाइट https://nrega.nic.in है।
ऐसे करें बचाव
ऐसे में सलाह दी जाती है कि आप मनरेगा के नाम पर चलाई जाने वाली किसी भी रोजगार वेबसाइट पर भरोसा न करें। साथ ही किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक ना करें। सरकार की तरफ से मनरेगा की तहत नौकरी देने के लिए विज्ञापन नहीं जारी किया गया है। अगर सरकार कोई ऐसी योजना लॉन्च करती है, तो उसका विज्ञापन जारी करेगी।