बागेश्वर(उत्तराखंड)
बागेश्वर जनपद के विकास खंड गरुड़ में कुरसाली गांव के निवासी नरेन्द्र सिंह बोरा पहाड़ के युवाओं के लिये बने प्रेरणा स्त्रोत . सिडकुल के निजी कंपनी में स्थाई नौकरी को छोड़कर गाँव में ही अपना व्यसाय शुरू किया . और अब कमा रहे हैं मोटा मुनाफा . नरेंद्र से अब उनके गाँव के कई युवा प्रेरणा लेकर गांव में ही स्वरोजगार कर हैं. Hills Headline न्यूज को नरेंद्र ने बताया कि उनके गांव में लगभग पैंतीस परिवार रहते थे रोजगार के अभाव ने उनके गाँव अधिकांश लोगों ने पलायन कर दिया था . जिसे देखते हुए नरेंद्र बोरा ने सिडकुल में स्थाई नौकरी को छोड़कर पहाड़ में ही स्वरोजगार करने का मन बनाया . हालांकि उस समय उनके जेब में पैसा उतना नही था की अपना व्यवसाय कर सके . उन्होंने बैंक से लोन लिया व आजीविका चलाने के लिये दो खच्चर खरीदे . उनके अलावा उन्होंने घर में ही पशुपालन व खेतीबाड़ी का कार्य किया . आज उनके पास 4 गाय , बकरियां व 3 खच्चर हैं . नरेंद्र ने बताया कि घोड़ों में ढोलान के अलावा खुद की खेतों व गाँव के पलायन कर चुके लोगों के खेतों में फसलों को भी उगा रहे हैं . Hills Headline को उन्होंने बताया कि वे लगभग 50-60 हजार प्रतिमाह कमा लेते हैं . नरेंद्र ने बताया कि गाँव के 8-9 युवाओं ने उनसे प्रेरणा लेकर गाँव में ही स्वरोजगार अपनाया है . उनके लिये उन्होंने सभी युवाओं को पहाड़ में रहकर स्वरोजगार करने के लिये उचित मार्गदर्शन भी किया था . उन्होंने कहा कि पहाड़ों का पलायन रोकने हेतु हम सभी युवाओं को अपना – अपना योगदान देना चाहिये . साथ ही नरेंद्र ने बताया कि मैं बहुत अधिक पढ़ा लिखा नही हूँ मैं अपने स्तर का स्वरोजगार किया ईष्ट देव व मेरे क्षेत्र के लोगों आशीर्वाद से मैं भी अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा हूँ ! साथ ही उन्होंने कहा कि पहाड़ो का पलायन एक गंभीर मुद्दा है जिसे अब तक किसी भी सरकार ने गम्भीरता से नही लिया है पहाड़ों में कई गाँव ऐसे हैं जहाँ पर सड़क , शिक्षा व अस्पताल जैसे मूलभूत सुविधाएं पर्याप्त नही हैं ! उन्होने कहा कि जब मैं शहर छोड़कर पहाड़ आया तो मेरे सामने कई चुनौतियां थी . एक तो मैंने कंपनी की स्थाई नौकरी को छोड़ दिया था . लगाने के लिये पर्याप्त धन नही था कुछ समझ में नही आ रहा था क्या करूँ ? . फिर अपना स्वरोजगार शुरू किया ! नरेन्द्र बोरा आगे बताया कि वह अपने स्वरोजगार के साथ साथ सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं . उन्होंने बताया कि गांव में ही एस एम सी सदस्य रहते हुए गांव के प्राथमिक विद्यालय कुरसाली का निर्माण कार्य करवाया व गांव में एक हरज्यू मन्दिर का निर्माण करवाया तथा गांव के ही रास्तों का निर्माण कार्य भी करवाया ! इसके अतिरिक्त गाँव को सड़क से जोड़ने के लिये लंबे समय से संघर्ष जारी है !
क्या आपके आसपास भी ऐसे संघर्षशील व्यक्ति हैं जो समाज के मिसाल बनें हैं , हमें हमारे व्हाट्सएप नम्बर 7500773780 पर अवश्य भेजें ताकि हम अपने खबर के माध्यम से कई लोगों तक पहुचायेंगे जिससे अधिक से अधिक लोग उनसे प्रेरणा ले !
खबर को शेयर अवश्य करें……