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लमगड़ा, अल्मोड़ा!!
जनपद अल्मोड़ा के लमगड़ा विकासखण्ड के बैजीटाना निवासी 22 वर्षीय अंकित मेर का अभी जीवन संकट में है। आर्थिक समस्या से वह पिता द्वारा दान की जाने वाली किडनी को भी लगवाने का साहस नहीं कर पा रहा था। बीते साल 2022 से वह लगातार किडनी सम्बधी गंभीर बीमारी से संघर्ष कर अपना सबकुछ गंवा चुका है। ऑपरेशन में 05 लाख से ज्यादा का खर्चा है, जिसकी व्यवस्था यह अंकित का गरीब परिवार नहीं कर पा रहा था!
बता दें कि निर्धन परिवार के अंकित के पिता राम सिंह और भाई मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण कर रहे थे। मार्च 2023 में अचानक तबीयत खराब होने पर हल्द्वानी जाकर पता चला कि उसकी किड़नी में समस्या है। लगातार सरकारी और निजी चिकित्सालों में धक्के खाकर उसका लगातार डायलेसिस कराया और उसे स्थिर रखा गया।
जानकारी के अनुसार मई में स्थिति ठीक न होने पर परिजनों से रिश्तेदारों के सहयोग से उसे ऋषिकेश एम्स में दिखाया। वहां भी हर बार 5 घंटे के लंबे डायलाईसिस से उसे बचाए रखा लेकिन हाल में चिकित्सकों ने बताया कि उसकी किड़नी खराब हो चुकी है और उसके 55 वर्षीय पिता राम सिंह ने अपनी किड़नी दान करने की इच्छा जताई।
ऑपरेशन में 05 लाख से अधिक का खर्चा लगेगा
चिकित्सकों ने इस ऑपरेशन का खर्चा 5 लाख से अधिक बताया है। उसके परिजनों ने बताया कि लगातार एक साल से आयुषमान कार्ड का उपयोग करने से उसकी सीमा भी समाप्त हो गई है। अब उनके परिवार के पास इस आपरेशन के लिए धन का संकट यह ! परिजन अपने युवा पुत्र को बचाने के लिए हर संभव संघर्ष कर रहे हैं।
तमाम लोगों से लगाई मदद की गुहार ,अब तक जुटाए गए 8 लाख रुपये!
लमगड़ा के सामाजिक कार्यकर्ता और कनिष्ठ प्रमुख किशन सिंह बिष्ट लगातार इस परिवार का सहयोग किया. उन्होंने बताया कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से भी इस परिवार को सहयोग की अपील की थी !
अंकित परिजनों की आर्थिक सहायता हेतु एक संदेश वायरल हुआ था . जिसमें अंकित मेर के ईलाज के लिये आर्थिक सहायता हेतु धन जुटाने का आह्वान किया गया था . व्हाट्सएप पर भी एक बड़ा ग्रुप बनाया गया जिसका संचालन लमगड़ा के सामाजिक कार्यकर्ता पंकज सिंह कपकोटी ने किया . जिसमें पंकज ने आसपास के कई लोगों को ग्रुप में सदस्य के रूप में जोड़ा था .
इसके अतिरिक्त उसी ग्रुप में हरीश बिष्ट ,हेमू नयाल ,पंकज मेर,हरेंद्र बिष्ट ,मनमोहन नगरकोटी ,महेंद्र बिष्ट जैसे कई सक्रिय युवा जुड़े थे . ग्रुप में सदस्य के रूप में हेमू नयाल भी थे हेमू नयाल खुद एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं . उन्होंने कोरोना महामारी में भी दुबई से उत्तराखंड आने में कई युवाओं मदद भी थी उनके द्वारा अंकित मेर के खाते लगभग 2 लाख रुपये जुटाए गए.वही समून फाउंडेशन ने अंकित के पिता को 51 हजार का चैक सौंपा , समून फाउंडेशन की तरफ से तरफ से जितेंद्र नेगी ने अंकित के परिजनों से मुलाकात भी की
कुमाउनी कलाकार राजेंद्र सिंह ढैला ने टीम घुघूती जागर पेज माध्यम से अंकित के ईलाज हेतु आर्थिक सहायता की गुहार लगाई थी. शाहरफाटक निवासी राजू फर्त्याल जो कि एक सामाजिक कार्यों में सदैव भूमिका निभाते हैं उनके माध्यम से भी इस मुहिम को सोशल माध्यम से लोगों तक पहुँचाने का कार्य हुआ. ऐसे लोग हैं जिनका नाम हम लिख नही पा रहे हैं .
मीडिया ,सोशल मीडिया का मिला भरपूर सहयोग मिला
अंकित के ईलाज के लिये क्षेत्र के सभी पत्रकारों व न्यूज पोर्टलों ने भी भरपूर सहयोग किया . इस खबर को बखूबी प्रसारित किया, उन्हीं में हिल्स हैडलाइन भी पीछे नही रहा . हिल्स हैडलाइन ने इस खबर को प्राथमिकता देकर लोगों तक पहुंचाने का भरसक प्रयास किया . सोशल मीडिया पर लमगड़ा क्षेत्र के लोगों के द्वारा व्हाट्सएप, फेसबुक के माध्यम से खूब वायरल किया. जिसका परिणाम यह आया अंकित के परिजनों को अब आर्थिक समस्या का सामना नही करना पड़ेगा. मतलब अब अंकित का ईलाज अच्छी तरह होगा . इस मुहिम में सच्ची मानवता का मिशाल पेश करने वाले सभी सज्जनों का हिल्स हैडलाइन धन्यवाद करता है !
नोट :- इस खबर बनाने का उद्देश्य सिर्फ इतना है यदि हमारे आसपास , क्षेत्र का कोई भी व्यक्ति या परिवार मुसीबत में हो तो हम सभी का कर्तव्य है कि उस व्यक्ति या परिवार के खड़ा होना . इस पोस्ट के माध्यम कई लोगों को सीखने को मिलेगा . समाज अच्छे और बुरे दोनों उदाहरणों से बदलता है ! खासकर ऐसे विषम परिस्थितियों पर नेता लोग हाथ खड़े कर देते हैं आपसी रिश्ते जरूर काम आते हैं .
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