महिला के साहस से बची जान , दरांती से तेंदुए पर वार किया, जंगल में भाग गया।
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भीमताल ,नैनीताल
उत्तराखंड में आये दिन इंसानों पर वन्यजीवों के हमलों की खबरें आ रहे हैं अब भीमताल विकासखंड के साथ धारी विकासखंड में भी तेंदुओं का आतंक बना हुआ है।
शनिवार को धारी की ग्राम पंचायत दुदुली के तोक बैड़ा गांव में शनिवार सुबह 9.30 बजे खेत में चारा काट रही उर्मिला देवी पत्नी नवीन चंद्र पर तेंदुए ने हमला कर दिया। उर्मिला ने दरांती से तेंदुए पर वार कर दिया जिससे वह जंगल में भाग गया। उर्मिला के पैर पर तेंदुए के पंजे के हल्के निशान आए हैं। इस बीच महिला की साथ चारा काट रहीं महिलाओं ने शोर मचाया तो परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे।
कांग्रेस नेता मनोज शर्मा ने बताया कि महिला के साहस से तेंदुआ हमला नहीं कर पाया। तेंदुआ पूर्व में भी बुजुर्ग महिला को घायल कर चुका है। साथ ही बृहस्पतिवार को गांव से लगे मलुवाताल के कसाइल गांव की इंद्रा देवी को मार डाला। शर्मा ने कहा कि वन विभाग की लापरवाही और तेंदुए को पकड़ने के लिए कोई ठोस कार्रवाई नहीं करने से तेंदुआ लगातार ग्रामीणों पर हमला कर रहा है।
भीमताल ब्लॉक के ग्रामीणों ने दावा किया है कि ग्राम पंचायत मलुवाताल के तोक कसाइल में इंद्रा देवी और शनिवार को पिनरों के डोब गांव निवासी पुष्पा देवी पर हमला तेंदुओं ने नहीं, बल्कि बाघ ने किया है। ग्रामीणों ने वन विभाग को दिए अपने बयान में बाघ के हमले से ही दोनों महिलाओं की मौत होने की बात कही है। ग्रामीणों के बातों के आधार पर वन विभाग भी क्षेत्र में बाघ के होने का अंदेशा जता रहा है। इसके लिए पदचिन्ह लेकर जांच की जा रही है।