यदि आप बेरोजगार हो ? या फिर खुद का व्यवसाय करने का मन बना रहे हैं तो ये खबर आपके लिये बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि देश के युवाओं को केन्द्र सरकार स्वरोजगार के प्रति प्रोत्साहित कर रहे हैं. उनकी मदद के लिए केंद्र सरकार प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PM Mudra Yojana) चला रही है. इस योजना के तहत ग्रामीण इलाकों में नॉन-कॉरपोरेट स्मॉल उद्यमों को शुरू करने या उनके विस्तार के लिए सरकार लोन उपलब्ध कराती है. इस योजना के तहत आपको 10 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है. इस स्कीम को आठ साल पूरे हो गए हैं. इस दौरान इस स्कीम के तहत 40.82 करोड़ लाभार्थियों को 23.2 लाख करोड़ रुपये के लोन बांटे गए हैं. सरकार ने अप्रैल 2015 में इस स्कीम की शुरुआत की थी.
सरकार के आंकड़े के अनुसार, इस स्कीम के लाभार्थियों में 51 फीसदी आदिवासी, दलित और पिछड़े वर्ग के लोग हैं. वहीं, 68 फीसदी लोन के अकाउंट महिलाओं के नाम से खुले हैं. रोजगार पैदा करने के मकसद से शुरू की गई इस स्कीम से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से 1.12 करोड़ लोगों को रोजगार मिला है. कुल लाभार्थियों में से आठ करोड़ यानी 21 फीसदी पहली पीढ़ी के उद्यमी हैं. न्यूज सूत्रों के मुताबिक पीएम मुद्रा योजना के तहत मिलने वाले लोन को तीन कैटेगरी में बांटा गया है. ये तीन कैटेगरी हैं शिशु लोन, किशोर लोन और तरुण लोन. शिशु लोन के तहत 50 हजार रुपये तक का लोन मिलता है. किशोर लोन के तहत 50 हजार रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है. वहीं, तरुण लोन के तहत पांच लाख रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक का लोन मिलता है.
इन्हें भी मिल जायेगा यह लाभ
पीएम मुद्रा स्कीम के तहत छोटे दुकानदार, फल, फूड प्रोसेसिंग यूनिट जैसे छोटे उद्योग के लिए लोन की सुविधा मिलती है.
आवेदन करने के लिये आवश्यक डोकोमेंट्स !
इस स्कीम का लाभ लेने के लिए आपको आधार (Aadhaar Card), पैन कार्ड (PAN Card), रेजिडेंशियल प्रूफ, पासपोर्ट साइज फोटो, बिजनेस सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ती है.
ध्यान दें
पीएम शिशु मुद्रा ऋण योजना के तहत ऋण के लिए आवेदन करने के लिए किसी गारंटर की जरूरत नहीं पड़ती है और ना ही इसके लिए किसी भी तरह का चार्ज लगता है. हालांकि, अलग-अलग बैंकों में लोन की ब्याज दरों में अंतर हो सकता है. यह बैंकों पर निर्भर करता है. इस योजना के तहत 9 से 12 प्रतिशत प्रतिवर्ष की ब्याज दर है.
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