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लेह-लद्दाख में ड्यूटी के दौरान देवभूमि का जवान शहीद, सीएम धामी ने जताया दुःख।

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लेह-लद्दाख में ड्यूटी के दौरान देवभूमि का जवान शहीद, सीएम धामी ने जताया दुःख।

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उत्तरकाशी, उत्तराखंड!!

लेह-लद्दाख में ड्यूटी के दौरान तबियत बिगड़ने से उत्तरकाशी के जवान की मौत हो गई. घटना के बाद से इलाके में मातम पसरा हुआ है।

बता दें कि श्रवण चौहान पुत्र शूरवीर सिंह चौहान निवासी सरनौल 14 गढ़वाल राइफल्स में लेह -लद्दाख बॉर्डर पर थे। जानकारी के मुताबिक गुरुवार को अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई. जिसके बाद सेना ने उपचार के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उपचार के दौरान उनका देहांत हो गया। सूचना मिलने के बाद से उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. इसके साथ ही क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है।

जवान की मौत पर सूबे के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने दुख जताया है. सीएम ने पोस्ट कर लिखा ‘लेह लद्दाख में माँ भारती की सेवा करते हुए विधानसभा यमुनोत्री के ग्राम सरनौल निवासी वीर श्रवण चौहान के शहीद होने का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। राष्ट्र की रक्षा के लिए दिया गया आपका सर्वोच्च बलिदान अविस्मरणीय है।

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद का लाल लद्दाख सीमा पर सेवा करते हुए शहीद हो गया है.जवान की शहादत की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया गांव और क्षेत्र में शोक की लहर व्याप्त है. भारतीय सेना में लेह लद्दाख बॉर्डर पर तैनात उत्तरकाशी जिले के तहसील बड़कोट सरनौल गांव का लाल श्रवण कुमार चौहान की अचानक तबियत बिगड़ने से मौत हो गई. जिससे क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है। श्रवण कुमार चौहान पुत्र शूरवीर सिंह चौहान भारतीय सेना की 14वीं बटालियन में लेह लद्दाख बॉर्डर में तैनात थे. गुरुवार को अचानक स्वास्थ्य खराब होने से सेना ने उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जहां उपचार के दौरान उनका निधन हो गया. वहीं उनके निधन से पूरे क्षेत्र में मातम छा गया। उनका पार्थिव शरीर आज सुबह चंडीगढ़ पहुंचा. चंडीगढ़ से भारतीय सेना की एंबुलेंस से सड़क मार्ग होते हुए उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव सरनोल लाया जा रहा है. श्रवण के दो भाई भी भारतीय सेना में तैनात हैं. उनके माता-पिता गांव में खेती-बाड़ी का कार्य करते हैं. शहीद श्रवण 2017 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे. 27 वर्षीय श्रवण के शहीद होने की सूचना पर गांव क्षेत्र मातम छाया हुआ है श्रवण अविवाहित थे।


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