भुवन चंद्र जोशी(जैंती अल्मोड़ा)
सर्वोदय इंटर कॉलेज जयंती
स्कूल में नहीं है शौचालय, बच्चों को दी जाती खुले में शौच नहीं जाने की शिक्षा
सरकार एवं सरकारी महकमा के जुबां पर इन दिनों सिर्फ शौचालय एवं स्वच्छता की बात हो रही है, लेकिन प्रखंड क्षेत्र के सरकारी स्कूल ही इस मुहिम में शामिल नहीं है। भले ही बच्चों को विद्यालय में शौचालय निर्माण एवं स्वच्छता के साथ-साथ खुले में शौच से होने वाली बीमारियों और उसके दुष्परिणाम की जानकारी दी जाती है।
ऐसे में स्वच्छता अभियान की बात बेमानी लगती है। जबकि स्वच्छता अभियान को लेकर सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और बयां करती है। संस्कृति की नगरी अल्मोड़ा के सुदूर क्षेत्र जैंती सालम के सर्वोदय इंटर कॉलेज में शौचालय के लिए कोई सुविधा नहीं है।
सरकार की कोशिशों के बाद भी स्कूल में छात्राओं की संख्या कम है
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि एक तरफ सरकार स्वच्छ भारत का नारा देकर स्वस्थ भारत के सपने दिखा रही है, वहीं दूसरी तरफ अबतक विद्यालय में शौचालय की समुचित व्यवस्था नहीं की गई है।
और ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल परिसर में उपस्थित होने के बाद छात्रों को अनुशासित होकर स्कूल की समय सीमा तक रहने के लिए बाध्य होना जरूरी है स्कूल की शिक्षा पद्धति में शिक्षा प्रणाली में आवश्यकता के अनुसार उचित परिवर्तन भी किया जाए साथ ही विद्यार्थी शिक्षा में अनुशासन और कर्तव्य निष्ठा पर मुख्य तौर पर अपना ध्यान दें।
शिक्षक शिक्षा के व्यवस्थित सुधार के लिए, निम्न चरणों का पालन करना चाहिए:
शिक्षक शिक्षा पाठ्यक्रमों के अध्ययन सूची को अद्यतन किया जाना चाहिए,
शिक्षक शिक्षा कार्यक्रमों की समय-समय पर निगरानी की जानी चाहिए,
निरंतर अनुभवी विकास कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए