बड़ी खबर :- भाजपा भाजपा प्रदेश मंत्री अनूसूचित मोर्चा नरेंद्र प्रसाद आगरी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासन हुआ वापस , एक करोड़ का मानहानि का नोटिस हुआ जारी !
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देहरादून !
आखिरकार पार्टी की किरकिरी कराने के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अनुसूचित मोर्चा समीर आर्य ने सोशल मीडिया से एक और लेटर जारी किया है जिसमें उन्होंने प्रदेश मंत्री अनूसूचित मोर्चा नरेंद्र प्रसाद आगरी के बीजेपी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासन को वापस ले लिया है ।
आपको बता दें समीर आर्य ने कुछ दिन पूर्व भाजपा प्रदेश मंत्री अनुसूचित मोर्चा और अल्मोड़ा के धौलादेवी सीट से क्षेत्र पंचायत सदस्य नरेंद्र आगरी को बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासन का एक पत्र अपनी सोशल मीडिया में डाला था इसके बाद हलचल मच गई थी . क्योंकि नरेंद्र प्रसाद आगरी ने अल्मोड़ा क्षेत्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक जंग छेड़ी थी मनियागर से मैचून जाने वाली रोड में हो रहे घोटाले का पर्दाफाश किया था ।और क्षेत्र में हो रही जल जीवन मिशन के तहत कार्यों में भी लगातार देख रहे थे की सही और गुणवत्ता पूर्ण कार्य हो । वही सूत्रों के अनुसार कुछ लोगों का कहना है की समीर आर्य ने अपना राजनीति चमकाने के लिए नरेंद्र प्रसाद आगरी को जानबूझकर पार्टी की सदस्यता से निष्कासित करने के लिए खेल रचा था
सूत्रों का यह भी कहना है कि नरेंद्र प्रसाद आगरी का क्षेत्र में ग्राफ लगातार बढ़ रहा था जनरल सीट से चुनाव जीतकर नरेंद्र प्रसाद आगरी क्षेत्र पंचायत सदस्य हैं और 1O साल सरपंच रह चुके हैं और बीजेपी जिला मंत्री अल्मोड़ा रहते हुए उनका शानदार कार्यकाल रहा है और वर्तमान में वह भाजपा प्रदेश मंत्री अनुसूचित मोर्चा के रूप में क्षेत्र के लोगों में काफी लोकप्रिय चल रहे थे उनकी इसी लोकप्रियता को देखकर समीर आर्य ने उनके साथ यह साजिश रचि।
वही ज़िला मंत्री नरेंद्र प्रसाद आगरी का कहना है कि पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासन का अधिकार बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष या प्रदेश अध्यक्ष महोदय को ही होता है और निष्कासन से पूर्व कारण बताओ नोटिस दिया जाता है। वही नरेंद्र प्रसाद आगरी ने एक करोड़ का मानहानि का नोटिस भी प्रदेश अध्यक्ष समीर आर्य को भेज दिया है। साथ ही उन्होंने कहा है कि वो अनूसूचित समाज के लिए लड़ते रहेंगे और भ्रष्टाचार के खिलाफ़ लडाई जारी रहेगी पद की उनको कोई लालसा नहीं।